यूपी में 19 डिप्टी एसपी को प्रमोशन, जाने संभल वाले अनुज चौधरी का क्या हुआ? उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में एक अहम प्रशासनिक बदलाव होने जा रहा है। 2006 से 2012 बैच के 19 डिप्टी एसपी को अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) पद पर प्रोन्नत किया जाएगा। इस सूची में चर्चित अधिकारी अनुज चौधरी का नाम भी शामिल है। विभागीय प्रोन्नति समिति (DPC) की बैठक हो चुकी है और अब इन नामों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा।
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जिनको नहीं मिला प्रमोशन, उनमें नाराज़गी
प्रमोशन सूची में शामिल न होने वाले कई पीपीएस अधिकारियों में नाराज़गी देखी जा रही है। इन अधिकारियों का कहना है कि 12 साल की सेवा पूरी न होने के कारण उन्हें प्रमोशन नहीं दिया जा रहा है, जबकि विभाग में ASP के कई पद खाली हैं। कुछ समय पहले इस नियम को शिथिल करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, लेकिन उसे मंजूरी नहीं मिली।
अनुज चौधरी भी चर्चा में
अनुज चौधरी, जो 2012 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं, खेल कोटे से चयनित हुए थे और 2005 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किए गए थे। उनका नाम पिछले साल तब सुर्खियों में आया जब शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी थी और वे गोली लगने से घायल हो गए थे।
होली और जुमा एक ही दिन पड़ने पर उन्होंने एक बैठक में कहा था, “साल में होली एक बार आती है और जुमा 52 बार, जिसे रंग से परहेज है, वह घर से बाहर न निकले।” इस बयान पर विवाद हुआ, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका समर्थन किया, जिससे उनकी छवि एक स्पष्टवादी और सख्त अधिकारी के रूप में उभरी।
वर्तमान में वे चन्दौसी सर्किल के सीओ पद पर कार्यरत हैं। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने पुष्टि की है कि अनुज चौधरी का प्रमोशन हो गया है, हालांकि अधिकारिक सूची अभी जारी नहीं हुई है।
शिकायत और क्लीन चिट
पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने अनुज चौधरी के खिलाफ शिकायत की थी कि वे वर्दी में धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुए, जो आचार संहिता का उल्लंघन है। लेकिन जांच के बाद उन्हें क्लीन चिट दे दी गई और मामला बंद कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, शनिवार को हुई DPC बैठक में 29 डिप्टी एसपी के नामों पर चर्चा हुई, जिनमें से 19 को प्रमोशन के लिए चुना गया। अनुज चौधरी का नाम भी इस सूची में शामिल है। उनके कार्यों की विभागीय स्तर पर सराहना होती रही है, हालांकि कुछ विवादों के कारण वे आलोचना का भी सामना करते रहे हैं। इसके बावजूद, वे अपने निर्णयों और नेतृत्व क्षमता के कारण लगातार चर्चा में बने हुए हैं।
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