Anand Sharma resignation: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है! उन्होंने कहा है कि उनका यह कदम पूर्णगठन को सरल बनाने और युवाओं नेताओं को शामिल करने के मार्ग की चाह में उठाया गया है! राजनीतिक हल्को में हलचल मचाते हुए वरिष्ठ नेता कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पार्टी के एक अहम पद से इस्तीफा दे दिया है! इस कदम ने कांग्रेस के भीतर और संतोष और गुटबाजी की चर्चाओं को हवा दे दी है!
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का आनंद शर्मा ने रविवार 10 अगस्त को पार्टी के अहम पद विदेश मामलों (DFC)के विभाग की अध्यक्षता से इस्तीफा दे दिया है! उन्होंने यह इस्तीफा पार्टी के पूर्ण गठन में मदद मिल सके और युवाओं नेताओं को इसमें शामिल होने का मौका मिले इसकी वजह से दिया है!
कांग्रेस के आनंद शर्मा के इस्तीफा के बाद पार्टी में काफी हलचल मच गई है! काफी लंबे समय से इस पद के अध्यक्षता पर बने हुए आनंद शर्मा ने कई कार्य किए, उन्होंने अपने इस्तीफा की वजह भी सार्वजनिक तौर पर बताई! Anand Sharma resignation
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कांग्रेस की विदेश नीति में अहम भूमिका
आनंद शर्मा पिछले कई दशकों में डीएफसी के पद पर बने हुए थे! उन्होंने अफ्रीका,यूरोप, मध्य पूर्व और कई प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ मजबूत संबंध बनाएं! विभाग के अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कांग्रेस की मजबूती दी और विभिन्न देशों के राजनीतिक दलों एवं संगठनों के साथ संवाद के नए रास्ते विकसित किया!
दशकों का अनुभव कई बड़ी उपलब्धियां
पिछले 4 दशकों से अंतरराष्ट्रीय मामलों में आनंद शर्मा कांग्रेस का चेहरा बने हुए हैं! उन्होंने भारत-अमेरिका परमाणु समझौता की वार्ता में अहम भूमिका भी निभा चुके हैं! भारत अफ्रीका साझेदारी को संस्थागत रूप देकर पहले भारत अफ्रीका शिखर सम्मेलन आयोजित भी करवाया गया था! उन्होंने कई बड़े-बड़े उपलब्धियां हासिल गई है!
अपने पद को छोड़ने पर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि वह कार्य समिति के सदस्य बने रहेंगे! उन्होंने बताया की सदस्यता बरकरार है लेकिन भूमिका बदल गई है! उनका इस्तीफा इस बात का संकेत है कि कांग्रेस अब संगठित संगठनात्मक बदलाव के जरिए नए दौर की राजनीति के लिए खुद को तैयार करना चाहती है!Anand Sharma resignation
Anand Sharma resignation
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने रविवार 10 अगस्त को पार्टी के विदेश मामलों के विवाद के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है! करीब एक दशक तक इस विभाग का नेतृत्व करने वाले आनंद शर्मा का कहना है, कि यह कदम उन्होंने संगठन में युवाओं को आगे लाने और संगठन के पहले से भी ज्यादा मजबूत होने के लिए उठाया गया है!
उन्होंने कहा कि समिति में क्षमता और संभावनाओं से भरे युवा नेताओं को शामिल करना जरूरी है! ताकि विभाग का कामकाज निरंतर और प्रभावी रूप से बना रहे! उन्होंने पार्टी भार जताते हुए पद छोड़ने का ऐलान किया ताकि नए और काबिल युवाओं के लिए रास्ता खुल सके!Anand Sharma resignation
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