India Russia: भारत का बड़ा दांव, मोदी सरकार ने 31,000 करोड़ का बोइंग सौदा रोक अमेरिका को दी सीधी चुनौती?

India Russia: भारत ने 3.7 अरब डॉलर (करीब 31,000 करोड़ रुपये) का बोइंग विमान सौदा अचानक रोककर दुनिया को चौंका दिया है। यह फैसला ऐसे वक्त में आया है जब अमेरिका भारत पर रूस से सस्ता तेल खरीदना बंद करने का दबाव बना रहा है। एक बड़े रणनीतिक कदम के रूप में वर्णित किए जा रहे घटनाक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बोइंग के साथ होने वाले एक विशाल विमान सौदे को रोक दिया है।

लगभग 31,000 करोड़ रुपये (करीब 3.7 अरब डॉलर) मूल्य का यह समझौता ऐसे समय में रोका गया है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर तनाव बढ़ रहा है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के रूस से कच्चे तेल की खरीद को लेकर चेतावनी दे रहे हैं।India Russia

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क्यों बढ़ा विवाद?

अमेरिका की धमकी अगर भारत ने रूस से तेल नहीं छोड़ा तो भारतीय माल पर 50% टैक्स लगाया जाएगा। इस पर भारत का जोरदार जवाब सस्ती ऊर्जा हमारे राष्ट्रीय हित के लिए ज़रूरी है, किसी दबाव में नहीं झुकेंगे। अमेरिकी प्रशासन बार-बार भारत से अपील कर रहा है कि वह सस्ते दाम पर रूस से तेल खरीदना बंद करे।

अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अगर भारत ने इसका पालन नहीं किया तो आयात पर 50% तक का टैरिफ लगाया जा सकता है। लेकिन भारत अपने रुख पर कायम है और कह रहा है कि सस्ती ऊर्जा सुनिश्चित करना उसके राष्ट्रीय हित और ऊर्जा सुरक्षा के लिए बेहद ज़रूरी है।

India Russia सहयोग में वृद्धि

बोइंग सौदे के रुकने से अमेरिका की बड़ी एयरोस्पेस कंपनी को झटका लगेगा। इससे नौकरियों और अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी असर होगा। रूस और चीन बने सहारा! रूस ने कहा “भारत को तय करने का पूरा हक है कि वह किससे व्यापार करे।” चीन ने भी अमेरिका की चेतावनी को गलत बताते हुए भारत का साथ दिया। प्रधानमंत्री मोदी जल्द चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिल सकते हैं। रूस के राष्ट्रपति पुतिन और चीन के विदेश मंत्री भी भारत आ रहे हैं।India Russia

यह मुलाकातें अमेरिका को रणनीतिक रूप से अकेला कर सकती हैं। बोइंग सौदा रोककर भारत ने साफ कर दिया है कि वह अपने हितों पर समझौता नहीं करेगा। रूस और चीन के साथ नज़दीकी अमेरिका के लिए नई चुनौती बन सकती है। जैसे-जैसे ये घटनाक्रम आगे बढ़ेंगे और मोदी, शी और पुतिन की उच्च-स्तरीय मुलाकातें होंगी, आने वाले हफ्ते कूटनीतिक समीकरणों को नया रूप दे सकते हैं और अमेरिका को महत्वपूर्ण क्षेत्रीय संतुलन में अकेला कर सकते हैं।India Russia

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